कृषि विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के संचालन की मिली स्वीकृति
कृषि विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना होगा संचालित
राष्ट्रीय सेवा योजना से छात्रों का होगा बहुमुखी विकास- कुलपति बिजेंद्र सिंह
तरुण प्रवाह
अयोध्या।आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह के अथक प्रयास से विगत दो दशकों से ज्यादा दिनों से बंद पड़े राष्ट्रीय सेवा योजना को संचालित किए जाने का भारत सरकार, युवा कार्यक्रम एवं खेलकूद मंत्रालय, द्वारा विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत् स्ववित्तपोषित इकाई संचालन हेतु, 3 इकाई (300 छात्र) संचालित करने का पत्र प्राप्त हो गया है । जिसका संपूर्ण श्रेय विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह को उनके द्वारा किए गए प्रयास को जाता है।कुलपति डॉक्टर सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना लोकतांत्रिक जीवन के सार को दर्शाता है, और निस्वार्थ सेवा की आवश्यकता को बनाए रखता है, और दूसरे व्यक्ति के दृष्टिकोण की सराहना करता है, और साथी ही मनुष्यों के लिए विचार दिखाने के लिए भी यह प्रेरित करता है । तथा यह भी कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा विश्वविद्यालय के छात्र सामाजिक गतिविधियों में भाग लेकर, देश के आदर्श नागरिक बनेंगे एवं उनका बहुमुखी विकास होने के साथ-साथ इन छात्र स्वयंसेवकों के पास एक कुशल सामाजिक नेता, कुशल प्रशासक और मानव स्वभाव को समझने वाला व्यक्ति होने का प्रदर्शन और अनुभव होगा।विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना राष्ट्र की युवा शक्ति के व्यक्तित्व विकास हेतु युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित एक सक्रीय कार्यक्रम है, इसके अंतर्गत् व्यक्तित्व विकास कार्यशाला , रक्तदान शिविर, वृक्षारोपण ,सफाई अभियान, स्वास्थ्य जागरूकता, इत्यादि नियमित गतिविधियों का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। जिसमें प्रत्येक इकाई के 50% छात्र किसी निश्चित विषय पर आयोजित विशेष शिविरों में भाग लेते हैं , इसमें विभिन्न कार्यक्रमों जैसे अभीमुखी कार्यक्रम ,स्वच्छ भारत अभियान,रक्तदान शिविर ,राष्ट्रीय युवा उत्सव भारतीय छात्र संवाद, प्रशिक्षण कार्यक्रम ,छात्रों के समग्र व्यक्तित्व विकास हेतु विभिन्न विषयों पर भाषण, वाद-विवाद- निबंध प्रतियोगिता, आदि पर कार्यशाला आदि आयोजित किया जाता है। तथा प्रत्येक छात्र को कम से कम 240 घंटे नियमित गतिविधियां एवं 2 साल की अवधि में एक विशेष शिविर पूरा करने पर प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है, जो छात्रों के अकादमिक कैरियर में सहपाठ्यचर्या गतिविधियों में प्रमाण पत्र का महत्वपूर्ण मूल्य है।
विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता डाँ डी नियोगी, व्यायाम शिक्षक डॉ देवनारायण एवं पंकज सिंह द्वारा किए गए परिश्रम का फल है कि विश्वविद्यालय में पुनः राष्ट्रीय सेवा योजना संचालित हो पा रहा है।
सम्बंधित खबरें
-
यूपी में तीसरे चरण की 10 सीटों के लिए हो रहे मतदान पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मतदाताओं से वोट
-
लखनऊ अर्जुनगंज में पुल पर स्थित मरी माता मंदिर से अर्जुनगंज होते हुए शाहीदपथ चौराहे तक होने वाले सड़
-
1979 से 1980 में तत्कालीन श्रीमती इंदिरा गांधी के सहयोग से चैधरी चरण सिंह देश के प्रधानमंत्री बने। ल
-
लखनऊ। सबके लिए आवास के संकल्प के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो अभियान वर्ष 2014 से शुरू किया ह
-
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की 13 सीटों के लिए नामांकन हो रहा है।बीते 4 मार्च से नामांकन शुरू